डॉ. बरक़तुल्लाह न सिर्फ़ एक कुशल सर्जन और अस्पताल प्रशासक हैं, बल्कि सेवा, सादगी और ईमानदारी के प्रतीक के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने अपने जीवन को जनसेवा के लिए समर्पित किया है और समाज के हर वर्ग — चाहे वह ग्रामीण हो या शहरी, अमीर हो या गरीब — की सेवा की है। विशेष रूप से युवा वर्ग, मरीज़, बुज़ुर्ग और शिक्षाविदों में वे अत्यंत लोकप्रिय हैं।
डॉ. साहब ने चिकित्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने के साथ-साथ ज़रूरतमंदों की मदद, नि:शुल्क मेडिकल कैंप, शैक्षिक मार्गदर्शन और सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय भूमिका निभाई है। उनके अस्पताल में प्रतिदिन सैकड़ों मरीज़ इलाज करवाते हैं, जिनमें बड़ी संख्या आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्ग की होती है।
AIMIM की स्थानीय और राज्य स्तरीय नेतृत्व से यह मांग ज़ोर पकड़ चुकी है कि डॉ. बरक़तुल्लाह जैसे शिक्षित, बेदाग़ छवि वाले, सेवा-भावना से ओतप्रोत और जनआधार रखने वाले व्यक्ति को टिकट दिया जाए, ताकि किशनगंज जैसे संवेदनशील और पिछड़े क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सके।
क्षेत्र में जगह-जगह उनके समर्थन में बैनर, पोस्टर, सोशल मीडिया अभियान और जनहस्ताक्षर मुहिम चल रही है। कई सामाजिक संगठनों, युवाओं की टीमों और धार्मिक एवं शैक्षिक व्यक्तित्वों ने भी उनके नाम का समर्थन किया है।
यदि AIMIM पार्टी जनभावनाओं का सम्मान करते हुए डॉ. बरक़तुल्लाह को टिकट देती है, तो यह न सिर्फ़ एक लोकप्रिय उम्मीदवार को आगे लाने का निर्णय होगा, बल्कि किशनगंज में एक नई, सकारात्मक और विकासोन्मुख राजनीति की शुरुआत भी होगी।
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