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किशनगंज के रहमत काॅलोनी कजला मनी में महिला की शिक्षा पर कान्फ्रेंस आयोजित किया गया।

 


(गूजरात और सिमांचल के प्रसिद्ध  उलेमाकेराम ने बच्चियों की तालिम पर जोर दिया )


किशनगंज (अली रेजा सिद्दिकी)किशनगंज के रहमत काॅलोनी कजला मनी में स्थित मदरसा जामिया उम्मे कुलसूम लिलबनात में आज महिला की शिक्षा पर एक दिवसीय कान्फ्रेंस आयोजित किया गया। जिसमें किशनगंज जिला और  आस पास एवम गुजरात से आये कई इस्लामिक विद्वानों ने शिक्षा खासकर महिलाओं के शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर मौलाना फैजूर्रहमान ने कहा कि लड़कों के साथ साथ अपनी बच्चियों को भी शिक्षा दें क्योंकि लड़कियों की तालिम से ही समाज में इन्कलाब और क्रांति आयेगी और समाज का बेहतर निर्माण होगा उन्होंने कहा कि एक लड़का के पढने से सिर्फ एक व्यक्ति शिक्षित होगा लेकिन एक लड़की के शिक्षित होने से नस्लें शिक्षित होती हैं। यहाँ आये अतिथियों में मुफ्ती इसा,काजी अरशद कासमी, मौलाना मूर्शिद, मोहम्मद अब्बास वगैरह ने यहाँ उपस्थित सैकड़ों अभिभावकों और छात्राओं को मुखातिब कर महिलाओं की शिक्षा पर जोरदार भाषण दिया और लोगों को शिक्षा एवम उच्च शिक्षा के लिये प्रेरित किया। यहाँ आने वाले मेहमानों का जामिया उम्मे कुलसूम लिलबनात के संचालक मौलाना हाशिम अख्तर ने जोरदार स्वागत किया। और मदरसा की छात्राओं ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जिसे लोगों ने खूब सराहा और मदरसा की भरपूर अनुशासन के साथ शैक्षणिक व्यवस्था पर मौलाना हाशिम अख्तर को बधाई दी एवम उनका मनोबल बढाया।मुफ्ती इसा ने कहा कि अपने बच्चों को नेक बनायें खासकर माओं को चाहिए कि वह अपनी बच्चियों की तालिम व तरबियत पर भरपूर ध्यान दें क्योंकि माओं का बच्चियो पर गहरा असर पड़ता है। मौलाना मोमताज ने शिक्षा पर बहुत ही प्रेरणादायक भाषण दिया और कहा कि लायक एहतराम हैं वह शिक्षकगण जो बच्चों को तराशने का काम करते हैं। वह बच्चे कामयाब होते हैं जो अपने मां बाप के साथ अपने शिक्षकों  का जीवन भर सम्मान करते हैं। उन्हों कहा कि पहले के जो लोग जिन बातों से कामयाब हुए हैं आज भी हम उन्हीं बातों पर अमल करके कामयाब हो सकते हैं। लिहाजा दुनयावी तालिम के साथ साथ दिनी तालिम पर अमल करके ही हम दुनिया व आखरत में कामयाब हो सकते हैं। गूजरात से आये मौलाना व मुफ्ती मुसब ने कहा कि इन मदारिस का एहसाने अजिम है कि यह हमें दूनिया व आखरत का सलिका सिखाते हैं। लिहाजा इनकी कद्र करें और इनका भरपूर सहयोग करें।मौलाना आरिफ, मौलाना नफीस अहमद, मौलाना जाहिद हुसैन, कारी मसूदूर्रहमान, मौलाना मुशफिक, कारी मुर्शीद अनवर वगैरह ने अपने भाषण में बच्चियों के शिक्षा ग्रहण पर जोर दिया। कार्यक्रम का मंच संचालन मुफ्ती मोनाजिर नोमानी ने किया और मौलाना हाशिम अख्तर कासमी के धन्यवाद ज्ञापन से कार्यक्रम समाप्त हुआ।

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