छत्तरगाछ, किशनगंज, 26 अप्रैल (प्रेस विज्ञप्ति) —
छत्तरगाछ के बैंक चौक पर मजलिस अहरार इस्लाम किशनगंज और छत्तरगाछ संघर्ष कमेटी के तत्वावधान में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के खिलाफ "अहरार मार्च" का आयोजन किया गया। इस मार्च में बड़ी संख्या में इंसाफपसंद और अमनपसंद नागरिकों ने भाग लिया और आतंकवाद के खिलाफ अपनी कड़ी नाराजगी जताई।
इस अवसर पर विभिन्न संगठनों के प्रमुख नेताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
मौलाना ज़ैनुल आबिदीन सनाबली (महासचिव, ज़िला जमीयत अहले हदीस किशनगंज) ने कहा:
"आतंकवाद किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। जो लोग बेगुनाहों का खून बहाते हैं, वे इंसानियत के दुश्मन हैं। हमें एकजुट होकर हर स्तर पर आतंकवाद की कड़ी निंदा करनी चाहिए।"
मौलाना आफताब अज़हर सिद्दीकी (प्रदेश महासचिव, मजलिस अहरार इस्लाम बिहार) ने कहा: "पहलगाम हमला मानवता पर हमला है। हम इसकी कड़ी शब्दों में निंदा करते हैं और सरकार से मांग करते हैं कि आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाया जाए।"
मौलाना अब्दुलवाहिद बुख़ारी (शिक्षक, मदरसा फातिमा ज़हरा लिलबनात, छत्तरगाछ) ने कहा: "इस्लाम ने शांति और सलामती का पैग़ाम दिया है। आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। हमें ऐसे हालात में सब्र, हिम्मत और एकता के साथ आगे बढ़ना चाहिए।"
एडवोकेट शम्स आगाज़ (जिला यूथ अध्यक्ष, एआईएमआईएम) ने कहा: "यह समय भावनाओं में बहने का नहीं, बल्कि होश के साथ मजबूती से आतंकवाद के खिलाफ खड़े होने का है। हम आतंकवादियों की हर साज़िश को नाकाम बनाने के लिए एक मज़बूत समाज बनाने का संकल्प लेते हैं।"
मार्च के समापन पर शहीदों के लिए श्रद्धांजलि अर्पित की गई और यह संकल्प लिया गया कि अमन, इंसाफ और भाईचारे के प्रसार के लिए संघर्ष जारी रखा जाएगा।
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