किशनगंज, 9 अप्रैल (प्रेस विज्ञप्ति):
आज बुधवार 9 अप्रैल 2025 को दोपहर बाद 4 बजे छत्तरगाछ बाज़ार बैंक चौक पर "छत्तरगाछ संघर्ष समिति" के बैनर तले वक्फ संशोधन एक्ट 2025 के खिलाफ एक शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया।
इस विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों की रक्षा और मुस्लिम अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर हो रहे हमलों को उजागर करना था। कार्यक्रम में स्थानीय जनता ने भारी संख्या में भाग लिया और हर वर्ग के लोगों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई।
विरोध सभा में विभिन्न मिल्ली, सामाजिक और धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और सरकार के इस संशोधित कानून की कड़ी निंदा की।
प्रमुख वक्ताओं में शामिल थे:
मौलाना शमीम रियाज़ नदवी، मुफ्ती अतहर जावेद क़ासमी, ग़ुलाम मुक़तदी, मोहम्मद इसहाक़, फैज़ान अहमद, मौलाना ज़ैनुल आबिदीन सनाबली (जनरल सेक्रेटरी, ज़िला जमीयत अहलेहदीस, किशनगंज), मौलाना अब्दुल वहिद बुख़ारी, सद्दाम हुसैन, मौलाना नसीम अख़्तर।
वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा कि यह संशोधन मुसलमानों की धार्मिक और सामाजिक पहचान पर सीधा हमला है। वक्फ संपत्तियाँ मुसलमानों की अमानत हैं और उन पर किसी भी तरह के सरकारी कब्जे की कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मौलाना आफ़ताब अज़हर सिद्दीक़ी ने इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए कहा कि यह आंदोलन अब एक राज्यव्यापी मुहिम का रूप लेगा और जब तक यह काला कानून वापस नहीं लिया जाता, वक्फ की हिफाज़त के लिए जद्दोजहद जारी रहेगी।
कार्यक्रम के अंत में "छत्तरगाछ संघर्ष कमेटी" ने सभी प्रतिभागियों का आभार प्रकट किया और कहा कि यह आंदोलन शांतिपूर्ण और संवैधानिक दायरे में रहकर चलाया जाएगा, लेकिन हक़ की लड़ाई में किसी भी क़ुर्बानी से पीछे नहीं हटा जाएगा।
इस अवसर पर ज़ोर देकर किशनगंज में 20 अप्रैल को वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ होने वाली विशाल जनसभा में शामिल होने की सभी लोगों से अपील की गई।
उल्लेखनीय प्रतिभागियों में:
मास्टर मोहम्मद मक़सूद, महबूब भाई ट्रेडिंग, बिट्टू भाई युवा एकता संगठन, मोहम्मद अनवारुल हक़, मोहम्मद नूरुल हक़, मोहम्मद शाहिद आलम, अनज़ार आलम आदि के नाम प्रमुख हैं।
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